Video Transcription
किठे गिया तू?
उड़ता है नी पैंच, मर जाने है तुम्ही?
मैं कादी काम करती रहनी हैं, तेम्हों सुनिलकोँछ शरम नहीं है, यह नहीं कि आपनी मान दे रहाल काम कराला है.
पैंच उदर लगा वाई हर टाम सुनता, सुनता, सुनता ही रहने हैं, भर की काम नहीं है तुम्हू?
नहीं मैं इतनी कामवरी लखी रहा हैं, तेरा बापू आनदे है, वो जल देखो, आनदे है, खाना देतो, खाना देके चल जो, उसके बाद तेरा नहीं खतम हुनता.